चर्चित लेख
Latest from Trending Articlesलक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार एक दिल दहला देने वाला मंजर
लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार 1 दिसम्बंर1997 की दिन था, उत्तर भारत की हड्डी गला देने वाली ठ़ड पड रही थी, रोज कि तरह मल्लाह अपनी जीविका के लिये सोन नदी के किनारे…
Read Moreबहुजन समाज पार्टी कैसे और किन कारणों से चुनाव हारी?
बहुजन समाज पार्टी बात 2 फरवरी 2022 की है। जब बहनजी ने अपनी पहली रैली आगरा से शुरू की थी, तो काफी जनसैलाब उमड़ा था, जब रैली समाप्त हुई तो उसके दूसरे दिन देश…
Read Moreकश्मीर फाइल्स ही क्यों जबकि दलित फाइल्स पूरे देश मे
आजकल बॉलीवुड फिल्म कश्मीर फाइल्स की चर्चा हो रही है जिसमें कथित तौर पर कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार हुआ था जिसके चलते उन्हें वहां से पलायन करना पड़ा था।…
Read Moreकश्मीर फाइल्स के नाम पर बनी फ़िल्म और जमीनी हकीकत
कश्मीर फाइल्स के नाम पर बनी फिल्म आजकल चर्चाओं में है। मेरे आज तक यह समझ नहीं आया कि कोई बिना संघर्ष के कैसे अपनी विरासत छोड़कर भाग सकता है। किसानों की जमीनों…
Read Moreधार्मिक मान्यताओं के भारत देश के विकास पर एक नजर
धार्मिक मान्यताओं के आगे किसी देश का विज्ञान कितना पनपा पिछले कुछ आंकड़ों से इसके इतिहास पर एक नज़र डालते हैं। 250 वर्ष का इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि आधुनिक…
Read Moreक्या ये आरक्षण देश को बर्बाद कर देगा?
पिछले कुछ दिनों से ये नया गंगूबाई रोना लगा रखा हैं, "मेरे बेटे के 97% मार्क्स आए फिर भी उसको इंडिया में कॉलेज नहीं मिला और वो यूक्रेन में गया और मारा गया।",…
Read Moreआखिर भारत मे बौद्ध धर्म की आवश्यकता क्यों पड़ी?
भारत में अछूतों को एक स्वतंत्र धर्म की आवश्यकता थी और इसीलिए बौद्ध धर्म को चुना गया हैं। 13 अक्टूबर 1935, येवला, नाशिक में धर्मांतरण की घोषणा के बाद, धर्मांतरण…
Read Moreदेश मे महिलाओं का अधिकार व आरक्षण
जब संविधान बन रहा था तब संविधान सभा में सरोजिनी नायडू, सुचिता कृपलानी, विजयलक्ष्मी पंडित सहित कुल 15 महिलाएं और थी जिनमें से 12 महिलाओं ने शिक्षा, समानता,…
Read Moreगौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, दुनिया की बड़ी यूनिवर्सिटी में से एक
बहुत लोगों का सवाल था, कि बीएसपी द्वारा किये गए कार्यों का विवरण यदि है, तो उसे सामने रखा जाय। यह एक विडंबना ही है, कि वाकई में ऐसे कार्यों पर मीडिया की या…
Read Moreतथागत बुद्ध की नज़र में दोहरी विजय की परिभाषा
किसी ने गाली दी, कड़वे बोल बोले. यदि सामने वाला व्यक्ति वापस गाली नहीं देता है तो वह दोहरी विजय प्राप्त करता है। भगवान बुद्ध अपनी निंदा और प्रशंसा दोनों से…
Read Moreरोचक तथ्य
कैसे शिक्षा का स्तर ही किसी देश व समाज की प्रगति का मूल स्तम्भ है?
जिस समाज में जैसे व्यक्ति होंगे वैसा ही वहाँ के समाज का निर्माण होगा। किसी देश या समाज का उत्थान या पतन इस बात पर निर्भर करता है कि उस देश व समाज के नागरिक…
30th Apr 2022ब्रह्मा की उत्पत्ति, सरस्वत्ती तथा ईरानी अर्थात आर्य लोग
धोंडीराव व जोतीराव के बीच में बहुत ही गंभीर रूप से बहस छिड़ी हुई थी। बहस का मुख्य कारण था कि ब्रह्मा की उत्पत्ति, सरस्वती तथा ईरानी अर्थात वह लोग जो आर्य थे,…
20th Feb 2022नारियल फोड़ने की कुप्रथा क्यों और कब से?
नारियल फोड़ने की प्रथा का इतिहास बेहद बर्बर है। पुष्यमित्र शुंग ने बौद्धों का सिर काट कर लाने वाले के लिए 100 स्वर्ण मुद्रा का इनाम रखा था। परिणामस्वरूप बौद्धों…
2nd Mar 2022