नवीनतम लेख
Latest articles from all categoriesतथागत बुद्ध के अनुसार चार भय कौन से हैं?
तथागत बुद्ध के अनुसार चार भय का वर्णन सुनाने को मिलता हैं और इन चारो भय के बारे में स्वयं ही उन्होंने अपने भिक्षुओं को कहा था, जो की इस प्रकार से हैं : …
Read Moreसामाजिक क्रांति का दस्तावेज है भारतीय संविधान
भारतवर्ष को समता-स्वतंत्रता-बंधुत्व के एक सूत्र में बांधने वाला सामाजिक क्रान्ति का दस्तावेज है भारतीय संविधान। हम सब के लिए अत्यंत हर्ष एवं गौरव की बात है…
Read Moreभंगी से वाल्मीकि क्यों? आखिर किस कारण ये बदलाव किए गए?
बात तब की हैं जब रिपोर्ट ब्रिटिश प्रधान मंत्री को 1930 में होने वाली Round Table Conference के लिए सौंपनी थी।अछूतों की हमदर्दी का नाटक हिन्दूवादी शक्तियां…
Read Moreभारत में चमड़ा बनाने वाले चमार, तो विदेशो के चर्मकार चमार क्यों नही हो सकते?
भारत में चमड़ा बनाने वाले चमार हैं तो भारत की सीमा के बाहर, यानी चीन, रूस, जापान, अमेरिका और यूरोप के चर्मकार चमार क्यों नही हो सकते?चमार, धोबी, लोहार या सोनार…
Read Moreरोचक तथ्य
'धम्मपद' एक अनुपम श्रेष्ठ ग्रंथ
धम्म प्रभात 'धम्मपद' बुद्ध वचन है। इसमें गाथाएं मात्र है। धम्मपद बुद्ध धम्म का ही नहीं, बल्कि संपूर्ण श्रमण संस्कृति का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है। 'धम्मपद'…
25th Feb 2022एक विधवा स्त्री कैसे हो गयी गर्भवति, क्या ये भी विधि का विधान था?
एक विधवा बहू ने अपनी सास को बताया कि वह तीन माह के गर्भ से है इतना सुनते ही पूरे परिवार में हंगामा मच गया, समाज में भूचाल आ गया लोगो ने पंचायत जुटाई और उस…
21st May 2022क्यों बाबासाहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी ने कहा था नारी राष्ट्र की निर्मात्री है?
बाबासाहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी ने संविधान में लिखा कि किसी भी महिला को सिर्फ महिला होने की वजह से किसी अवसर से वंचित नहीं रखा जाएगा और ना ही उसके साथ लिंग…
13th May 2022