इतिहास
Latest from Historyबाबासाहब डॉ आंबेडकर ने हिन्दू धर्म क्यों छोड़ा?
अगर हम डॉ. अंबेडकर द्वारा धर्म परिवर्तन की घोषणा की बात करें तो 13 अक्टूबर 1935, को येवला नासिक में धर्म परिवर्तन की घोषणा करते हुए आम्बेडकर 10-12 साल हिन्दू…
Read Moreक्यो चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने क्रूरता त्याग कर मानवतावादी हो गए?
चक्रवर्ती सम्राट अशोक जिन्होंने मानवतावादी, सर्वाधिक जन कल्याणकारी महान प्रियदर्शी सम्राट जिसने क्रूरता त्याग कर बौद्ध धर्म को ग्रहण करके बुद्ध की शिक्षाओं…
Read Moreगुड गवर्नेंस के कसौटी पर सम्राट अशोक का शासन
आज भारतीय इतिहास मे ज्ञात सबसे ज्यादा बडे भूभाग पर शासन करने वाले सबसे महान सम्राट अशोक की जयंती पुरे भारतवर्ष में मनाई जा रही है। सम्राट अशोक महान को…
Read Moreमानव की उत्पत्ति और भगवान के बनने का इतिहास
विज्ञान की खोज के अनुसार अजोइक युग (मतलब जब कोई जीव नहीं था, लगभग 2.5 अरब वर्ष पूर्व) में जीवन के प्रारम्भिक कण कोवेसेट अस्तित्व में आया, जिससे DNA का निर्माण…
Read Moreकाशीदास की पूजा या कराह देना कितनी बेवकूफी
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और बिहार में, यादव समाज द्वारा काशीदास की पूजा सार्वजनिक रूप से बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। अभी तक तो यही जान पड़ता है कि…
Read Moreशूद्रो का मरा जमीर, जगाना ही होगा
पता नही क्यों, मुझे ऐसा लगता है कि स्वतंत्रता के 72 साल बाद भी, समता, समानता, वन्धुत्व और वैज्ञानिक सोच पर आधारित सम्विधान, जो मूलतः 85% शूद्रों के हक और अधिकार…
Read Moreकौन होते हैं भगवान के दर्जे के हकदार और क्या हैं जाति व्यवस्था?
भगवान के दर्जे के हकदार समाज में फैले हुए अन्याय और अत्याचार को दूर करने के लिए जब कोई बच्चा पैदा होकर अपने जीवन को समर्पित कर दे तो उस महापुरुष को भगवान का…
Read Moreहम भारत के लोग हिन्दुस्तानी या शूद्रिस्तानी?
पिछले साल दशहरे के मौके पर मोहन भागवत जी का बचकाना, दुर्भाग्य पूर्ण बयान कि भारत हिन्दू राष्ट्र हैं। लगता है भारत का संविधान पढ़ा ही नहीं है, या जानबूझकर शरारती,…
Read Moreशहीद ए आजम भगत सिंह – वैचारकी का बहुजन पक्ष
भगत सिंह की वैचारिक यात्रा उनके दो लेखों ‘अछूत समस्या’ (जून 1928) तथा ‘मैं नास्तिक क्यों हूं’ (अक्टूबर 1931) के उल्लेख के बिना अधूरी मानी जाएगी। उस समय…
Read Moreतुम्हारा आरक्षण मेरे कोट की जेब में है।
अगर हम धर्म परिवर्तन करते हैं तो हमारे आरक्षण का क्या होगा? कार्यकर्ताओं द्वारा उठाए गए इस सवाल के जवाब में बाबासाहेब डॉ.अम्बेडकर ने कहा था कि "चिंता मत…
Read Moreरोचक तथ्य
सवर्ण आरक्षण : न्यायप्रिय भारत का एक सबसे बड़ा कलंक
आज भारत में विपक्षी खेमें में मोटे तौर पर इस बात पर सहमति है कि भाजपा सरकार चरणबद्ध तरीके से संवैधानिक संस्थाओं और मूल्यों को ख़त्म कर रही है। इसका ताजा…
12th May 2022रामचरितमानस का सारांश और संछिप्त समीक्षा
आज-कल हमारे देश में सभी बुद्धिजीवी, समाज सुधारक एवं राजनीतिज्ञ हिंदू समाज में व्याप्त सामाजिक अन्याय और सामाजिक परिवर्तन की बात करते हैं, लेकिन सामाजिक अन्याय…
16th Apr 2022मानवता और आपसी सहयोग की एक शानदार कहानी
एक सज्जन रेलवे स्टेशन पर बैठे रेलगाड़ी की प्रतीक्षा कर रहे थे। तभी वहां पर जूते पॉलिश करने वाला एक लड़का आकर उनसे बोला ‘‘साहब! बूट पॉलिश?’’ उसकी…
3rd Jan 2023